गर्मी छुट्टी को लेकर आया बड़ा अपडेट, 2 जून से छुट्टियां शुरू लगेगा समर कैंप- School Summer Holiday

School Summer Holiday

School Summer Holiday: गर्मी की छुट्टी की इन्तिज़ार कर रहें छात्र और शिक्षकों के लिए महत्वपूर्ण अपडेट सामने आया है। गर्मी की यह छुट्टियाँ आराम करने, मौज-मस्ती करने और घूमने-फिरने का अच्छा मौका होता हैं। लेकिन इस बार गर्मी की छुट्टियाँ कुछ खास होने वाली हैं। सरकार ने इन छुट्टियों को बच्चों की पढ़ाई और सुधार के लिए भी उपयोगी बनाने का निर्णय लिया है।

उत्तर प्रदेश सरकार की तरफ से यह घोषणा की गई है कि राज्य के सरकारी स्कूलों में 2 जून से 21 जून 2025 तक गर्मी की छुट्टियाँ रहेंगी। इस दौरान सभी स्कूल बंद रहेंगे और बच्चों को पढ़ाई से ब्रेक मिलेगा। लेकिन इस बार सिर्फ आराम ही नहीं, बल्कि कुछ बच्चों के लिए खास गणित प्रशिक्षण कैंप भी आयोजित किया जाएगा। क्या है पूरा मामला चलिए जानतें हैं इस पोस्ट के माध्यम से, अंतिम तक बने रहें।

किन बच्चों के लिए लगेगा समर कैंप

कई बच्चों को गणित में दिक्कत होती है, खासकर कक्षा 5वीं और 6वीं में पढ़ने वाले बच्चों को। उन्हें जोड़, घटाव, गुणा, भाग जैसी चीज़ों को समझने में कठिनाई होती है। इन्हीं बच्चों के लिए सरकार ने एक खास पहल की है। इस बार गर्मी की छुट्टियों के दौरान “गणितीय समर कैंप” का आयोजन किया जाएगा।

इस कैंप का उद्देश्य है कि बच्चों को गणित से डरने के बजाय उसे समझने और पसंद करने में मदद दी जाए। इसमें गणना करने की क्षमता, सोचने की शक्ति, और समस्या हल करने के तरीकों को बेहतर बनाने पर ज़ोर दिया जाएगा।

कहाँ लगेगा यह समर कैंप

अब जातें हैं की यह समर कैंप कहाँ कहाँ लगने वाला है। उत्तर प्रदेश सरकार ने यह फैसला लिया है कि ये समर कैंप बच्चों के गाँव या टोले के पास ही लगाए जाएंगे। इससे बच्चों को दूर स्कूल या किसी शहर में जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी। वे अपने घर के पास ही पढ़ाई कर सकेंगे। इससे बच्चों और अभिभावकों दोनों को सुविधा होगी। सरकार ने यह फैसला स्कूल के बच्चों और शिक्षकों के हित के लिए किया है।

समर कैंप का समय कब से कब तक होगा

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार यह समर कैंप गर्मी को ध्यान में रखते हुए लगाया जायेगा ताकि बच्चों को कोई भी परेशानी ना हो: कैंप सुबह 7 बजे से 9 बजे तक और फिर उसके बाद शाम 5 बजे से 7 बजे तक। इन समय पर गमरी भी कम रहता है और बच्चों को गर्मी से भी राहत मिलेगी और वे दिन के बाकी समय में आराम या खेल-कूद कर सकेंगे। पढ़ाई और आराम के बीच संतुलन बना रहेगा।

इस कैंप के लिए छात्रों को चयन कैसे होगा

सबसे बढ़ी बात है की इस समर कैंप के लिए बच्चों का चयन कैसे होगा। बच्चों का चयन एक खास टेस्ट के ज़रिए किया जाएगा जिसे ASER टूल्स (Annual Status of Education Report) कहते हैं। इस टेस्ट से यह पता चलेगा कि किस बच्चे को गणित में सहायता की जरूरत है।

चयनित बच्चों को प्रतिदिन 1 से 1.5 घंटे गणित पढ़ाया जाएगा। यह पढ़ाई भी गांव या टोले में ही होगी ताकि सभी बच्चे आसानी से पहुंच सकें। आपको बता दें की प्रत्येक समर कैंप में सिर्फ 10 से 15 बच्चों को ही शामिल किया जाएगा। छोटे समूह में पढ़ाई का फायदा यह होगा कि हर बच्चे पर विशेष ध्यान दिया जा सकेगा। बच्चे अपने सवाल खुलकर पूछ सकेंगे और शिक्षक भी उन्हें अच्छे से समझा पाएंगे।

समर कैंप की निगरानी और दिशा-निर्देश

प्राथमिक शिक्षा निदेशक ने सभी जिलों के शिक्षा अधिकारियों (DEO और DPO) को निर्देश दिए हैं कि: समर कैंप में ज्यादा से ज्यादा स्वयंसेवक लगाए जाएँ। गुणवत्ता की नियमित समीक्षा हो। यह देखा जाए कि बच्चे सच में सीख रहे हैं या नहीं। इससे यह सुनिश्चित किया जा सकेगा कि सरकार की योजना का पूरा फायदा बच्चों तक पहुँचे।

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